ICC Women’s World Cup 2022: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 27 मार्च को खेले गए मुकाबले के साथ ही ICC Women’s World Cup 2022 के लीग मैचों का समापन हो गया। मुकाबले मे भारतीय टीम (Indian Team) को बदकिस्मती से आखिरी गेंद पर 3 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ इस टूर्नामेंट मे भारतीय टीम (Indian Team) का सफर समाप्त हो गया. जिसके बाद सेमीफाइनल की स्थिति भी अब पूरी तरह से साफ हो गयी है. इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज ने जगह बनाई, जबकि टीम इंडिया, के साथ मेजबान न्यूजीलैंड, बांग्लादेश और पाकिस्तान का सफर भी लीग स्टेज से ही समाप्त हो गया.
किस्मत ने नहीं दिया साथ
भारतीय टीम (Indian Team) ने एक रोमांचक मुकाबले मे बदकिस्मती सी मिली 3 विकेट की हार के साथ वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मे पहुँचने की अपनी उम्मीदों को खत्म कर दिया है. मिताली राज के नेतृत्व मे खेल रही टीम इंडिया के पास साउथ अफ्रीका को हटाकर सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाने का मौका था. लेकिन, भारतीय टीम की किस्मत ने यहां उनका साथ नही दिया. आखिरी 2 गेंदों पर साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 3 रनो की जरूरत थी. तभी भारतीय गेंदबाज दीप्ति शर्मा ने डु प्रीज़ का विकेट चटकाया. लेकिन दीप्ति के ओवर स्टेप के कारण वह नो बॉल हो गयी.
भारतीय टीम ने बनाए थे 274 रन
इस मैच में भारत की कप्तान मिताली राज (Mithali Raj) ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी थी. भारतीय टीम ने स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा के बीच पहले विकेट के लिए हुई शानदार साझेदारी और बीच मे कप्तान मिताली और हरमनप्रीत कौर की आला बल्लेबाजी के दम पर निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 274 रन बनाए थे। भारत के लिए स्मृति मंधाना ने सबसे ज्यादा 71 रन बनाए, जबकि 68 रन की पारी कप्तान मिताली राज ने खेली। शेफाली वर्मा ने 46 गेंदों में 53 वही हरमनप्रीत कौर ने 48 रनो का योगदान. साउथ अफ्रीका की तरफ से शबनिम इस्माइल और मसाबता क्लास ने 2-2 विकेट मिले, जबकि एक-एक विकेट आयाबोंगा खासा और सी ट्रियोन को मिले।
साउथ अफ्रीका ने जीत के साथ किया लीग स्टेज का समापन
275 रनो के लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका ने लौरा वॉलवार्ट और लारा गुडॉल के बीच हुई दूसरे विकेट के लिए 125 रन की साझेदारी के बदौलत अंतिम गेंद पर लक्ष्य को प्राप्त करने मे सफल रही। साउथ अफ्रीकन टीम ने मैच को 3 विकेट से जीत हासिल करते हुए सेमीफाइनल के लिए अपने हौसलें को बुलंद रखा। उनकी इस जीत का सबसे ज्यादा फायदा वेस्टइंडीज को मिला, जो 7 अंकों के साथ सेमीफाइनल में पहुँचने मे कामयाब रही.