IND vs SA 2021-22: 3 मैचो की टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद अब टीम इंडिया 3 मैचो की वनडे सीरी़ज मे हिस्सा लेने वाली है. इस सीरी़ज मे केएल राहुल (KL Rahul) पहली बार रंगीन जर्सी मे टीम इंडिया (Team India) की कप्तानी करते हुए दिखेंगे. दरअसल साउथ अफ्रीका दौरा शुरू होने से पहले विराट कोहली (Virat Kohli) से वनडे की कप्तानी वापस लेकर रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को इसकी जिम्मेदारी सौंप दी गयी थी. लेकिन चोट के कारण रोहित इस सीरीज का हिस्सा नहीं हो पाए.
जिसके बाद राहुल (KL Rahul) को टीम का कप्तान बनाया गया. बतौर कप्तान राहुल का यह पहला मैच होगा. ऐसे में एक अनुभवहीन कप्तान टीम को सही दिशा में ले जाता है या नही, यह देखना काफी रोचक होगा.
काफी अनुभवहीन कप्तान है केएल राहुल (KL Rahul)
भारत और दक्षिण अफ्रीका (IND vs SA) के बीच खेली जाने वाली 3 मैचो की वनडे सीरीज में टीम इंडिया की कमान एक अनुभवहीन कप्तान केएल राहुल (KL Rahul) के हाथो में रहेगी. हालाँकि विराट कोहली (Virat Kohli) के अनुभव का उन्हें जरुर साथ मिलेगा. लेकिन आखिर कप्तान तो कप्तान ही होता है. ऐसे में एक अनुभवहीन कप्तान के नेतृत्व में टीम इंडिया इस सीरीज में मेजबान टीम का किस तरह सामना करती है, यह देखा काफी रोचक रहेगा. राहुल के पास अभी तक कप्तानी का अनुभव नाम मात्र है.
केवल आईपीएल (IPL) में की है कप्तानी
केएल राहुल (KL Rahul) के पास कप्तानी में केवल 2 आईपीएल सीजन का अनुभव है. उन्होंने आईपीएल के दो सीजन में पंजाब किंग्स (Punjab Kings) की कप्तानी की हैं. उससे पहले उन्होंने एक बार फर्स्ट क्लास मुकाबले में कप्तानी की थे. हाल ही में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर दूसरे टेस्ट में जब विराट कोहली (Virat Kohli) चोटिल हो गए थे तब भी राहुल ने जिम्मा संभाला था.
लेकिन इन मौकों के अलावा वे कभी कप्तान नहीं बने हैं. फिर चाहे वो जूनियर क्रिकेट हो या सीनियर क्रिकेट. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन वनडे की सीरीज कप्तान के रूप में उनकी बड़ी सीरीज होगी. लेकिन इसमें वे बिना अनुभव के खेलेंगे.
कप्तानी में रिकॉर्ड है काफी खराब
केएल राहुल (KL Rahul) के कप्तानी के आंकड़े पर अगर नजर डाला जाए तो उनका रिकॉर्ड अभी तक काफी साधारण रहा है. बिना किसी अनुभव के आईपीएल 2020 और 2021 में उनकी कप्तानी में पंजाब किंग्स की टीम हर बार आठ टीमों में छठे नंबर पर रही. दोनों सीजन में टीम ने छह-छह मैच जीते और आठ-आठ हारे.
वही साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए दुसरे टेस्ट मैच में विराट कोहली की अनुपस्थिति में उन्हें टीम की कप्तानी का मौका मिला. उस मैच में भी टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था. कप्तान के रूप में खिलाड़ियों को मोटिवेट करने या नई रणनीति बनाने में नाकाम दिखे.