IPL 2022: आईपीएल की शुरुआत साल 2008 मे हुई थी. उस सीजन ऑस्ट्रेलिया के महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न (Shane Warne) की अगुवाई में अंडरडॉग मानी जा रही राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) ने इस मेगा लीग का पहला खिताब जीतकर पूरे विश्व क्रिकेट को चौकने पर मजबूर कर दिया था. उस दौरान राजस्थान की टीम में ज्यादा नामी गिरामी खिलाड़ियों की भरमार नही थी. लेकिन युवाओं से भरी उस टीम ने वार्न के सही मार्गदर्शन मे फाइनल मुकाबले मे महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स को हराकर ट्रॉफी पर अपना कब्जा किया था.
काफी मजेदार था वार्न का सजा देने का अंदाज
वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे महान खिलाड़ियों मे से एक शेन वार्न को इस दुनिया से गए हुए लगभग 1 महीने का समय हो चूका है. ऐसे मे आईपीएल 2022 के शुरू होने से पहले राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) ने उनके नेतृत्व में मिली खिताबी जीत से जुड़ी हुई एक डॉक्यूमेंट्री साझा की है. जिसमें 2008 की टीम का हिस्सा रहे कई खिलाड़ियों ने उनके साथ बिताए समय को याद करते हुए अपना अनुभव बताया है. इस कड़ी मे पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज कामरान अकमल (Kamran Akmal) ने भी एक बड़ा खुलासा किया है. आईपीएल के पहले सीजन मे पाकिस्तान के खिलाड़ियों को भी खेलने की अनुमति थी. उन्होंने अभ्यास सत्र के दौरान देर से आने वाले खिलाड़ियों को सजा देने के उनके अंदाज को बताया है.
रविंद्र जडेजा और युसुफ पठान को करना पड़ा था भुगतान
अकमल ने राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) द्वारा जारी किए गए एक वीडियो स्पोर्ट्स यारी डॉक्यूमेंट्री में बताया “यूसुफ पठान और रविंद्र जडेजा को अभ्यास के लिए थोड़ी देर हो गई। तो उस वक्त वॉर्न (Shane Warne) ने कुछ नहीं कहा। यहां तक कि मुझे भी देर हो गई थी लेकिन मैं थोड़ी देर से टीम में शामिल हुआ था, इसलिए उसने मेरे साथ कुछ नहीं किया।” उन्होंने आगे कहा “हमने अभ्यास किया और फिर स्टेडियम से निकल गए। जब हम लौट रहे थे, तो उन्होंने ड्राइवर से बस को रोकने के लिए कहा। फिर वॉर्न (Shane Warne) दोनों की ओर मुड़े और कहा ‘तुम लोग पैदल आओ’।”
रविंद्र जडेजा संभालेंगे चेन्नई की कप्तानी
साल 2008 में पहली बार राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) को चैंपियन बनाने मे अहम भूमिका निभाने वाले टीम इंडिया के स्टार आलराउंडर रविंद्र जडेजा इस सीजन चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी करते हुए नजर आएंगे. महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी पद से इस्तीफा देने के बाद जडेजा को यह जिम्मेदारी दी गयी है. जड्डू अभी अपने करियर के सबसे अच्छे फॉर्म मे है. पिछले कुछ सालों मे उन्होंने चेन्नई के अलावा भारतीय टीम के लिए भी काफी शानदार प्रदर्शन किया है. वही युसुफ पठान अब क्रिकेट से ब्रेक लेने के बाद घर पर समय बिता रहे हैं.