आईपीएल 2022 का मेगा ऑक्शन (IPL 2022 Mega Auction) का महाकुंभ अब समाप्त हो चूका है. 12 और 13 फरवरी को बैंगलोर मे आयोजित हुई इस नीलामी ने जहां, कई खिलाड़ियों के उपर पैसों की बरसात हुई वही, कई खिलाड़ियों को केवल मायूसी ही हाथ लगी. मगर इस बीच भारत की 2 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा रह चुके तेज गेंदबाज S. Sreesanth के साथ सबसे बुरा हुआ. दरअसल उनका नाम ऑक्शन हॉल में लिया ही नहीं गया. असल में उन्होंने अपना नाम ड्राफ्ट किया था और उन्हें शॉर्ट-लिस्ट भी किया गया था, लेकिन एक्सलेरेट ऑक्शन के चलते उनका नाम ऑक्शन हॉल में नहीं पहुंच सका.
नीलामी मे नही खरीदे जाने से बेहद निराश होंगे s. Sreesanth
स्पॉट फिक्सिंग के चलते 7 सालों का बैन झेल चुके तेज गेंदबाज S. Sreesanth ने आईपीएल 2022 मेगा नीलामी मे अपना नाम दर्ज करवाया था. इसके बाद उन्हें ऑक्शन के लिए शॉर्ट-लिस्ट भी कर लिया गया. लेकिन नीलामी के दौरान उनके नाम मे किसी टीम की दिलचस्पी दिखानी तो दूर की बात, बल्कि ऑक्शन हॉल में उनका नाम तक भी नहीं लिया गया.
हालांकि ऐसा पहली दफा नहीं है, जब उन्हे आईपीएल मे नजरअंदाज किया गया हो. इससे पहले S. Sreesanth ने आईपीएल 2021 में भी अपना नाम ड्राफ्ट किया था. लेकिन तब उन्हें शॉर्ट-लिस्ट भी नहीं किया गया था. मगर इस बार खरीददार ना मिलने से यकीनन इस दिग्गज गेंदबाज को काफी दुख पहुंचा होगा.
फिक्सिंग के कारण बर्बाद हो गया एक बेहतरीन तेज गेंदबाजी करियर
आईपीएल 2013 (IPL 2013) के दौरान राजस्थान रॉयल्स (RR) की टीम मे शामिल एस. श्रीसंत (S. Sreesanth) और टीम के बाकी 2 खिलाड़ियों के ऊपर मैच फिक्सिंग का आरोप लगा था. उस समय दायें हाथ का यह गेंदबाज अपने करियर के सबसे अच्छे दौर में था. श्रीसंत ने इंटरनेशनल क्रिकेट मे टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करते हुए टेस्ट मे 87, वनडे मे 75 और टी 20 इंटरनैशनल मे 7 विकेट हासिल किये.
वहीं, आईपीएल में श्रीसंत ने कुल 44 मैच है जिसमे उन्होंने कुल 40 विकेट लिए हैं. एस श्रीसंत ने अपना आखिरी आईपीएल मुकाबला 9 मई 2013 को किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ खेला था. श्रीसंत साल 2007 और 2011 में वर्ल्ड चैंपियन बनी टीम इंडिया का हिस्सा भी रह चुके हैं.
साल 2013 में फिक्सिंग मे आया था नाम
साल 2013 में हुए आईपीएल के सांतवें सीजन में तब भूचाल सा आ गया था. जब टीम इंडिया के प्रतिभाशाली तेज गेंदबाज एस श्रीसंत (S. Sreesanth) का नाम फिक्सिंग कांड में सामने आया था. दिल्ली पुलिस ने उनके साथ राजस्थान रॉयल्स (Rajsthan Royals) के उनके साथी खिलाड़ी अजीत चंदीला (Ajeet Chandila) और अंकित चव्हाण (Ankit Chavan) को भी इस मामले में गिरफ्तार किया था. लेकिन सबूतों के अभाव में उन्हें सभी आरोपों से मुक्त कर दिया गया था. जिसके बाद आईसीसी द्वारा लगाया गया उनपर प्रतिबंध 13 सितंबर, 2020 को समाप्त हो गया था.
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